पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार रात को आतंकवादी ग्रुप्स द्वारा तुर्बत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और नौसेना एयरबेस पर हमले की कोशिश की गई। खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने नौसेना एयरबेस पर हमले को नाकाम बनाते हुए चार आतंकवादी को मार गिराया। हमले में सिद्दीक एयरबेस को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
अधिकारियों ने बताया कि जब आतंकवादी ग्रुप्स ने बलूचिस्तान के तुर्बत जिले में नौसेना एयरबेस में घुसने की कोशिश की, तो सुरक्षा बलों ने उन्हें तुरंत पहचान लिया और मार दिया। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने इस घटना पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।
बीएलए का हमला: माजिद ब्रिगेड की जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तुर्बत में नौसेना एयर स्टेशन पर हुए हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की माजिद ब्रिगेड ने ली है। माजिद ब्रिगेड बलूचिस्तान प्रांत में चीन के निवेश के खिलाफ है और संगठन का आरोप है कि चीन और पाकिस्तान क्षेत्र के संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। बीएलए के दावे के अनुसार, इस हमले में उनके कई लड़ाके शामिल थे और इसी एयर स्टेशन पर चीनी ड्रोन भी तैनात किए गए थे।
20 मार्च को भी ग्वादर बंदरगाह पर हुआ था हमला
20 मार्च को ग्वादर बंदरगाह पर हुआ था हमला, जिसमें बीएलए की मजीद ब्रिगेड ने बलूचिस्तान में स्थित ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स में आतंकी हमला किया था। इस हमले में दो पाकिस्तानी सैनिक और आठ आतंकवादी मारे गए थे, जिसे पाकिस्तानी सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया। यह ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें अरबों डॉलर की सड़क और ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं, और यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) का भी हिस्सा है।
पाकिस्तान स्थित ग्वादर पोर्ट अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के केंद्र बिंदुओं में से एक है, जिसमें कई चीनी श्रमिक पोर्ट पर काम करते हैं। पिछले साल अगस्त माह में भी पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत के पोर्ट सिटी ग्वादर में चीनी इंजीनियरों को ले जा रहे एक काफिले पर आतंकियों ने हमला बोला था। इसकी जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। इस काफिले में 3 एसयूवी और एक वैन शामिल थीं, जो सभी बुलेटप्रूफ थीं। हमले के दौरान एक आईईडी विस्फोट हुआ था और गोलियां भी बरसाई गई थीं।