बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान साथ चरणों में होगा। चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है।
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखें:
- पहला चरण: 19 अप्रैल
- दूसरा चरण: 26 अप्रैल
- तीसरा चरण: 7 मई
- चौथा चरण: 13 मई
- पांचवा चरण: 20 मई
- छठा चरण: 25 मई
- सातवा चरण: 1 जून
बिहार की 40 सीटों पर चुनाव:
- पहला चरण (19 अप्रैल): औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई
- दूसरा चरण (26 अप्रैल): किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, और बांका
- तीसरा चरण (7 मई): झाँझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, और खगड़िया
- चौथा चरण (13 मई): दरभंगा, उज्जारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, और मुंगेर
- पांचवा चरण (20 मई): सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण, और हाजीपुर
- छठा चरण (25 मई): वाल्मीकिनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, और महाराजगंज
- सातवा चरण (1 जून): नालंदा, पटना साहिब, पटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, और कराकट
प्रदेश में कुल 7 करोड़ 64 लाख मतदाता हैं। इनमें से 29 लाख पुरुष मतदाता और 3 करोड़ 64 लाख महिला मतदाता हैं। 4 जून को मतगणना का परिणाम आएगा।
बिहार में 40 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं, जो इसे भारतीय राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक बनाता है।
2019 के लोकसभा चुनावों में, एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने बीजेपी, जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड), और एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी) के संयुक्त रूप में 40 में से 39 सीटों की बड़ी जीत हासिल की। विपक्षी महागठबंधन, जिसमें राजद (राष्ट्रीय जनता दल), कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस), और आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) शामिल थे, केवल एक सीट जीत पाई।
पिछले चुनाव में, 34 अनारक्षित और 6 आरक्षित सीटें थीं। इस बार, बिहार में 7 चरणों में मतदान होगा, जिसके नतीजे 4 जून को आने की उम्मीद है।
2024 के चुनावों की प्रत्याशा में, बिहार में राजनीतिक सीना गर्म है। भाजपा के साथ नीतीश कुमार के गठबंधन ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, खासकर तब जब बिहार भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण युद्ध का मैदान बना हुआ है।
नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ फिर से गठबंधन बनाने वाली बीजेपी का लक्ष्य आगामी चुनावों में अपना प्रदर्शन बेहतर करना है। इसके बावजूद, यह बिहार में राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन और कांग्रेस के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।
पिछले चुनाव में, भाजपा ने 22 सीटें जीती थीं, जबकि जेडीयू ने 16 सीटें जीती थीं। इस बार, भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि जेडीयू 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। बाकी सीटों पर एनडीए के अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे।
बिहार में लोकसभा चुनावों का ध्यान रहेगा, क्योंकि राजनीतिक दल इस महत्वपूर्ण राज्य में बहुमत हासिल करने के लिए कड़ी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।