Saturday, October 12, 2024
HomeBreaking NewsChaitra Navratri 2024: नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा: जानिए...

Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा: जानिए महत्व, मंत्र, भोग और कथा

7th day of Mata Kalratri Puja

Chaitra Navratri का पावन त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इन नौ दिनों में भक्त माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से Puja करते हैं। सातवें दिन की पूजा मां कालरात्रि की होती है।

मां कालरात्रि अंधकार और अज्ञान की नाशनी हैं। उनका स्वरूप भयानक और शक्तिशाली होता है। माना जाता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और विजय प्राप्त होती है।

माँ कालरात्रि देवी की एक पौराणिक कथा है 

कभी एक समय की बात है जब राक्षस रक्तबीज का आतंक पूरे विश्व में फैल गया था। उसकी शक्ति अद्भुत थी – उसके रक्त की एक बूंद से ही एक नया राक्षस जन्म ले लेता था। देवी दुर्गा ने रक्तबीज का वध करने का निर्णय लिया। युद्ध आरंभ हुआ और रक्तबीज ने देवी दुर्गा को कड़ी चुनौती दी। देवी दुर्गा ने तब कालरात्रि का रूप धारण किया।

कालरात्रि का प्रचंड रूप:

कालरात्रि प्रकट हुईं, उनका शरीर अंधकार की तरह काला था। उनके मुख से भयंकर ज्वालाएं निकल रही थीं और उनके नेत्रों से क्रोध की चमक बिखर रही थी। रक्तबीज देवी कालरात्रि के समक्ष आया और युद्ध छेड़ दिया। देवी कालरात्रि ने रक्तबीज को अपनी तलवार से वार किया, परंतु रक्तबीज के रक्त की बूंदों से नए राक्षसों का जन्म होने लगा।

अदम्य शक्ति का प्रदर्शन:

देवी कालरात्रि ने अपनी अद्भुत शक्तियों का प्रदर्शन किया। उन्होंने रक्तबीज के सभी राक्षसों को मार गिराया और अंत में रक्तबीज का भी वध कर डाला। युद्ध समाप्त हुआ और देवी कालरात्रि ने अपनी भयानक मुद्रा त्याग दी।

मां कालरात्रि पूजा विधि:(Maa Kalratri Puja Mantra)

  • मां कालरात्रि मंत्र: “ॐ कालरात्र्यै नमः”
  • मांकालरात्रिकाप्रियभोग (Maa Kalratri Bhog): गुलाब जामुन, खीर, मालपुआ
  • मां कालरात्रि कथा: मां कालरात्रि ने राक्षस रक्तबीज का वध कैसे किया, इसकी कथा सुनें।
  • मां कालरात्रि का महत्व: मां कालरात्रि अंधकार और अज्ञान की नाशनी हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और विजय प्राप्त होती है।

मां कालरात्रि पूजा के कुछ अन्य टिप्स:

  • लाल या काले रंग के कपड़े पहनें।
  • देवी को लाल फूल और फल चढ़ाएं।
  • घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  • “मां कालरात्रि मंत्र” का 108 बार जाप करें।
  • जरूरतमंदों को भोजन और कपड़े दान करें।

मां कालरात्रि पूजा का महत्व: (Navratri Maa Kalratri Puja Significance)

  • मां कालरात्रि की पूजा करने से आपको शक्ति, साहस और विजय प्राप्त होती है।
  • मां कालरात्रि अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं और शत्रुओं और दुष्टों का नाश करती हैं।
  • मां कालरात्रि की पूजा करने से आपके जीवन में खुशी और शांति आती है।

Disclaimer:

यह जानकारी मान्यताओं और जानकारी पर आधारित है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि khabarsoochna.in किसी भी मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को लागू करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments