गुड़ी पड़वा एक बहुत ही खुशी और उत्साह का त्योहार है जो हिंदुओं के लिए नववर्ष का आगाज़ करता है, विशेष रूप से उन मराठी और कोंकणी लोगों के लिए जो महाराष्ट्र, गोवा, और आसपासी क्षेत्रों से हैं। 2024 में, गुड़ी पड़वा का त्योहार मंगलवार, 9 अप्रैल को मनाया जाएगा। प्रतिपदा तिथि (चंद्रमा के पहले दिन) 8 अप्रैल को 11:50 बजे रात में शुरू होकर 9 अप्रैल को 8:30 बजे रात में समाप्त होती है। यह मराठी शाक संवत १९४६ का आरंभ करता है।
गुड़ी पड़वा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है:
यह वसंत के आगमन और रबी (सर्दीय) फसलों की कटनी का संकेत देता है।
हिन्दू पौराणिक कथा के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने इस दिन ब्रह्मांड की सृष्टि की, जिससे यह नए आरंभों के लिए शुभ मौका होता है। यह भगवान राम के विजय के बाद उनके राज्याभिषेक का भी स्मरण करता है।
ग्रामीण महाराष्ट्र में, यह त्योहार शिव के नृत्य और समुदाय के मिलने के साथ जुड़ा है।
घरों को रंगीन रंगोली से सजाकर, एक “गुड़ी” (एक सजावटी झंडा या प्रतीक) को लहराकर, और पुरानी पोली और श्रीखंड जैसी पारंपरिक व्यंजनों का सेवन करके इस त्योहार का मनाया जाता है। लोग मंदिरों की यात्रा करते हैं, प्रार्थनाएं करते हैं, और परिवार और दोस्तों के साथ शुभकामनाएं आपस में आदान-प्रदान करते हैं।
गुड़ी पड़वा एक आनंदमय अवसर है जो आशा, समृद्धि, और सांस्कृतिक परंपराओं से भरा एक नए साल की शुरुआत का संकेत देता है।
गुड़ी पड़वा 2024: गुड़ी पड़वा कब है? तिथि, इतिहास, महत्व, उत्सव और त्यौहार के बारे में वह सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है
RELATED ARTICLES