हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल का सिलसिला चल रहा है, जहां कांग्रेस से 6 विधायक और 3 निर्दलीय विधायक ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। यह घटना कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण झटका है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में, ये विधायक बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं। इन्हें ज्वाइन करवाने का काम उन्होंने किया। इन नेताओं के जुड़ने से बीजेपी की ताकत में वृद्धि होगी, जबकि कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा।
इस घटना के बाद, हिमाचल प्रदेश में चुनावी माहौल में बदलाव आएगा। यहां चुनाव के लिए तैयारियाँ चल रही हैं, और इस नई घटना ने चुनाव की गतिविधियों को और भी रोचक बना दिया है।
अगर इन विधायकों ने उपचुनाव में जीत हासिल की, तो बीजेपी की स्थिति मजबूत हो जाएगी और कांग्रेस को और अधिक परेशानी होगी। इससे हिमाचल प्रदेश की राजनीति में नई दिशा और दावेदारी आएगी।
अतः, इस समय हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक स्थिति में बड़े उलझने हैं और आने वाले दिनों में यहां चुनावी मैदान और भी रोमांचक होने का आशंका है।
हिमाचल प्रदेश की विधानसभा कंपोजिशन
हिमाचल प्रदेश की विधानसभा की वर्तमान कंपोजिशन को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी के पास 34 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के पास 25 विधायक हैं। शनिवार को 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो रहे हैं और इन सभी सीटों पर उपचुनाव होने की संभावना है। अगर इन 9 सीटों पर बीजेपी जीत जाती है, तो बीजेपी के विधायकों की संख्या 34 हो जाएगी, जो कांग्रेस की संख्या के समान हो जाएगी। इससे कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के बीच बराबरी की स्थिति पैदा हो जाएगी।
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