बंगाल के राजनीतिक मंच पर एक नया चेहरा उभरा है, जो अपने संघर्षशील और समर्पित दौरे के साथ धरावही कर रहा है – मोहम्मद सलीम। सीपीआईएम पार्टी के द्वारा जारी की गई दूसरी सूची में मुर्शिदाबाद से उम्मीदवार है, जो बंगाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एक परिचय: मोहम्मद सलीम का जन्म 5 जून 1956 को हुआ था। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पोलिट ब्यूरो के सदस्य के रूप में सेवा की है। साथ ही, वे कई बार लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उनका शिक्षा का प्रोफाइल भी उत्कृष्ट है, जो जादवपुर विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन तक पहुँचा।
राजनीतिक यात्रा: मोहम्मद सलीम की राजनीतिक यात्रा मजबूत और गरिमामय है। उन्होंने कई विभिन्न चुनावों में उम्मीदवारी की है और अपने समर्थनकर्ताओं के बीच विश्वास और सम्मान का वातावरण बनाए रखा है। उनके जीवन में छात्र आंदोलनों और राजनीतिक समर्थनकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण मिलान हैं।
आगे की रणनीति: इस समय, मोहम्मद सलीम ने मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। इससे पहले, वामपंथियों का यह क्षेत्र पार्टी का अधीन रहा है, लेकिन अब उनका यहाँ वापसी का प्रयास है। भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के साथ साझा मुकाबला उनके लिए चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन उनके समर्थकों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, वे इस चुनाव में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं।
मोहम्मद सलीम की राजनीतिक यात्रा उनके विचारों और उनके समर्थकों के साथ निष्ठापूर्ण रही है। उनके इस नए चरण में, वे बंगाल की राजनीतिक स्कीम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और राजनीतिक दलों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा को चुनौती दे रहे हैं। उनके समर्थन और उनके नेतृत्व के लिए रणनीतिक संघर्ष में, मोहम्मद सलीम ने एक नए दौर की शुरुआत की है और उनकी पहचान बंगाल की राजनीति में बढ़ती है। उनके नेतृत्व में और उनके साथी समर्थकों के साथ, एक नई राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हो रही है, जो उम्मीदवारी और जनता के मुद्दों पर बल देगी।
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